शुक्रवार, 10 जून 2011

अब चाहते हैं कि लडकियां या महिलाएं खुद- ब- खुद आपके रुचि लें?

ट्रेनो  में सफर की बात ही निराली होती है वैसे तो इतनी भीड़ होती है की क्या कहा जाये पर अगर धयान लगाया जाये तो कही न कही टिकने की जगह मिल ही जाती है ,ट्रेन की एक और खासियत है की आपको तरह तरह के लोग भी देखने को मिलते है और कभी कभी तो कान फोडू मोबाइल फोन वाले ,और लोकल ट्रेनों की बात ही कुछ और है जिस डिब्बे में सबसे जयादा भीड़ तो जान लीजिए कोई फताकेदार लड़की इसही में है ,और कही आप सामने की डिब्बों में बैठे है तो मत पूछिए वहा तो आपको सलाह देने वालो की भीड़ मिल जायेगी ऐसे ही एक सज्जन मेरे बाजु बैठ के अपने मित्र से वार्तालाप कर रहे थे "..क्या आप अपनी पसंद की सुंदर लड्कियों से से नजदीकियां बढ़ाने की कोशिशें करते हुए तंग आ चुके हैं? अब चाहते हैं कि लडकियां या महिलाएं खुद- ब- खुद आपके रुचि लें?" ये सुनते ही हमने भी सोचा चलो अपना भी ज्ञान बढ़ा लिया जाये पता नहीं कब जरुरत पढ़ जाये आखिर कामपिदिसन का जमाना है. बाते टिप्स की चल रही थी ......

पहली टीप के अनुसार... नव सीखिए की तरह लड़कियों को इंप्रेस करने की बजाय थोड़ा गंभीरता अपने व्यवहार में लाए!..किसी अजनबी की तरह मिस्टीरियस और कॉन्फिडेंट बनें। कुछ भी उलटा-पुलटा बोल कर लड़कियों पर अपनी धाक जमाने की कोशिश में कहीं आप मजाक का विषय न बन जाएं। 

दूसरी टीप के अनुसार... आप किसी महिला से या लड्की से जब पहली बार मिलें...आपकी एकदम नई-नई मुलाकात हो, तो उसे अपने बचपन से लेकर अब तक की सारी कहानी और एक-एक रहस्य  बताना न शुरू कर दें। थोड़ा रहस्य क्रिएट करें। उसे तब तक अपना नाम न बताएं जब तक कि वह पूछे न। तब तक अपने बारे में न बताएं जब तक इसकी जरूरत न हो। 

तीसरी टीप के अनुसार...महिलाओं को हंसने -हंसाने वाले मर्द अच्छे लगते हैं।कुछ जोक्स अच्छी तरह से रट लें!... ध्यान रखें कि जब वह आपके जोक्स पर हंस रही है तो इसका मतलब है कि वह आपमें रुचि ले रही है वरना वह यूं न हंसती। हो सकता है कि वह आपके बारे में जानने की भी इच्छुक हो जाए। मजाक के समय मर्यादा का भी ध्यान रखें। 

चौथी टीप के अनुसार...जब वह आपको ढेर सारे फोन करे तो कुछेक कॉल्स का अवॉइड कर सकते हैं। वह आपको कई मेसेज करे तो मेसेज का रिप्लाई तुरंत न करें। टाइम लें। उसकी आपके लिए तड़प थोड़ी बढ़ने दें।...अरे अपने आप को व्यस्त साबित करोगे तभी वह समझेगी की आप कोई काम-धंधा करके कमाई भी कर रहे है!..लड्कियों को कमाऊ पुरुष अच्छे लगतें है! 

पांचवी टीप के अनुसार...यह समझ लें  हर लड़की चाहती है कि उसे राजकुमारी- सा ट्रीट किया जाए। इसका मतलब यह यह कि उसे स्पेशियल समझा जाए!..उसकी दिल खोल कर तारीफ करें!.. ताकि वह बढ़िया फील करे। उसके लिए फूल खरीदने से पहले उसे मेसेज कर दें कि- आई मिस यू। इससे उसे पता लगेगा कि वह आपके ख्यालों में है और वह खुश होगी।
 
....नई दोस्ती की शुरुआत के लिए यह पांच टिप्स पर अमल करें..कही आपका भी उद्धार हो जाये ...

मधुशाला....


सोचने का भी शिलशिला


ये सोचने का भी शिलशिला भी बढा गजब का है मैंने जब अपने दोस्त का सोचने पर पोस्ट पढ़ा तो मई भी सोच में पढ़ गया की क्या सोचा है और जो वो सोचा है वो बढ़िया सोचा है ऐसी सोच आखिर वो लाता कहा से है और इसी चक्कर में मई जो सोच था वो भी भूल गया की अखीर मैं सोचा क्या था और फीर लगा की अगर मैं यू ही सोचने लगा तो फीर पढ़ने वाले भी क्या सोचेगे,और इशी सोचने की चक्कर में हमारी जिंदगी निकल जाती है ,वैसे प्यार के मामले में भी अक्सर लोग सोचते हुए पाए जाते है ..कुछ लोग तो प्यार करने के बाद सोचते है पर कुछ ऐसे भी विद्वान है जो सदी के बाद सोचना सुरु करते है ,की पहले ही सोच लेना था ,ऐसे ही सोचने वाले विद्वान हस्ती हमारे प्रधानमंत्री जी भी है जो सायद अब ये सोच रहे है की रामदेव बाबा को इतना सोचे न्होते तो ये सोचने वाला वातावारद ही न होता और न लोग ऐसा सोचते की प्रधानमंत्री जी ने ऐसा क्यों सोचा ,वैसे अबिषेक बच्चन तो अभी ये सोच भी नै पाए है की मैंने ऐश को क्यों सोचा और उधर अमिताभ जी नाना बने का सोच बैठे है ,वैसे सोचने का सिलसिला तो हर वक्त चलते ही रहता है पर हमें धयान देना चाहिए की सही सोच क्या है जैसा की न्यूटन जी ने सोचा था हर सोच की एक सही दिशा होनी चाहिए तो मैं आपको और अधिक नै सोच्वना चाहता क्योकि  आप पहले ही काफी सोच चुके है तो उमीद है की एक नए सोच की सुरवात होगी ......